3 सितंबर 2025 - 03:26
यूरोप में तेजी से फैलते इस्लाम से ज़ायोनी लॉबी परेशान

यूरोप अब एक बूढ़ा और कम आबादी वाला महाद्वीप बन गया है, और केवल मुस्लिम प्रवासी सामाजिक सहायता का लाभ उठाकर उच्च जन्म दर बनाए हुए हैं।

यूरोप मे तेज़ी से फैलते इस्लाम को लेकर ज़ायोनी लॉबी में चिंता की लहर है । ज़ायोनी वेबसाइट "इज़राइल हयूम" ने अपने एक लेख में, "मुसलमानों द्वारा यूरोप की पुनः विजय" की चेतावनी दी है। ज़ायोनी वेबसाइट ने दावा किया है कि यूरोप महाद्वीप मुस्लिम ब्रदरहुड के प्रभाव और मुस्लिम प्रवासियों की बढ़ती आबादी के कारण अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान खो रहा है।

इस रिपोर्ट में जर्मन दार्शनिक ओस्वाल्ड स्पेंगलर द्वारा लिखित पुस्तक "द डिक्लाइन ऑफ द वेस्ट" का हवाला देते हुए कहा गया है कि यूरोप अब एक बूढ़ा और कम आबादी वाला महाद्वीप बन गया है, और केवल मुस्लिम प्रवासी सामाजिक सहायता का लाभ उठाकर उच्च जन्म दर बनाए हुए हैं। लेखक का दावा है कि यह जनसांख्यिकीय परिवर्तन पश्चिमी सभ्यता के भविष्य के लिए खतरा हो सकता है।

लेख के एक अन्य भाग में मुस्लिम ब्रदरहुड के आध्यात्मिक नेता शेख यूसुफ़ अल-क़रज़ावी का उल्लेख किया गया है, जिनका 2022 में निधन हो गया। उन्होंने 2003 में एक फतवा जारी किया था जिसमें यूरोप के भविष्य को इस्लाम का हिस्सा बताया गया था और जोर देकर कहा गया था कि "क़ुस्तुंतुनिया की विजय के बाद रोम की विजय होगी"।

इस लेख ने यूरोप में मुसलमानों की दो पीछे हटने की ऐतिहासिक घटनाओं, 732 की टूर की लड़ाई और 1683 में वियना की लड़ाई का जिक्र करते हुए दावा किया गया है कि मुसलमानों ने अभी भी उंदलुस (स्पेन) की यादों को नहीं भुलाया है।

अंत में, इस लेख में पूरे यूरोपीय संघ में मुस्लिम ब्रदरहुड की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए इस संगठन  को यहूदियों और ज़ायोनी शासन के खिलाफ उकसाने वाला करार दिया गया है।

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